लालू, मुलायम और नीतीश का इलाके में इतना आतंक था कि पुलिस इनको काफी दिनों से तलाश रही थी. इस गैंग में सबसे पहले सरगना लालू यादव को गिरफ्तार किया जिसकी निशानदेही पर उसका साथी मुलायम भी गिरफ्तार हो गया लेकिन पुलिस को अभी भी नीतीश की तलाश है.
गया. लालू, मुलायम और नीतीश का नाम सुनते ही हमारे जेहन में देश के तीन बड़े राजनेताओं की तस्वीर सामने आती है लेकिन अगर इन्हीं नाम के तीन लोगों की तलाश पुलिस को हो तो फिर आप क्या कहेंगे. सुनने में अजीब लग रहा हो लेकिन ये सच है. दरअसल बिहार पुलिस (Bihar Police) ने अपराध करने वाले एक ऐसे ही गैंग को पकड़ा है जिसका सरगना लालू यादव (Lalu Prasad Yadav) है तो इस गैंग के सदस्यों में मुलायम सिंह यादव और नीतीश. बिहार के इस गैंग में से लालू और मुलायम (Mulayam) तो पुलिस के शिकंजे में है लेकिन नीतीश अब भी पुलिस के शिकंजे से बाहर है औक पुलिस सरगर्मी से उसे तलाश रही है.हम जिस गैंग के बारे में आपको बता रहे हैं उसका वास्ता बिहार के गया जिले से है. गया जिले के टिकारी प्रखंड के मऊ ओपी की पुलिस ने चोरी की घटना में शामिल मुलायम सिंह यादव को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है. इससे पहले इसी गैंग के लालू यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. दरअसल सोमवार की रात मऊ ओपी की पुलिस द्वारा चलाए गए विशेष छापेमारी अभियान में पुलिस ने मऊ ओपी क्षेत्र के कमालपुर स्थित मुलायम सिंह यादव को उसके ही घर से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के पूछताछ के क्रम में मुलायम सिंह यादव ने सभी घटनाओं में संलिप्त रहने की बात स्वीकार कर ली है.
पुलिस को मुलायम ने बताया कि सभी घटना को अंजाम देने के बाद चोरी के सामान को एक इकट्ठा कर बिक्री कर दिया जाता था. मुलायम ने घटना में लालू और नीतीश के अलावा एक और चोर का नाम बताया है. वहीं पुलिस को जानकारी दी कि जलालपुर में ही हुई चोरी में चौथा आरोपी शामिल था जो कमालपुर का ही रहने वाला है. आपको बता दें कि पुलिस की पकड़ से नीतीश अभी भी फरार है. नीतीश की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उसके सभी संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है.
मऊ ओपी थानाध्यक्ष रंजन चौधरी ने बताया कि चोरी के मामले में एक और आरोपी का नाम मुलायम के बयान पर जोड़ा गया है पुलिस दोनों फरार आरोपी की तलाश कर रही है. बता दें कि सभी के खिलाफ मोबाइल ,लैपटॉप चोरी का मामला है. बीते 7 जनवरी को सुपता के ग्रामीणों ने इस घटना में चोरी किए गए मोबाइल के साथ कमालपुर के लालू यादव को दबोचा था. पुलिस के पूछताछ में लालू ने गिरोह में शामिल मुलायम व नीतीश का नाम बताया था. घटना का उद्भेदन होने के उपरांत पुलिस ने लालू की निशानदेही पर ओपी थाना क्षेत्र के हेमनपुर से लैपटॉप, सिम कार्ड व मोबाइल बरामद किया था. चोरों ने कई चोरी की घटना को अंजाम देने की बात पुलिस को बताई है.
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