UP Election 2022: चुनाव आयोग (Election Commission) ने उत्तर प्रदेश, गोवा और उत्तराखंड को प्रचार को लेकर बड़ी राहत दी है. यूपी में पहले चरण के मतदान के लिए 28 जनवरी से 8 फरवरी के बीच 500 लोगों की रैली कर सकेंगे. वहीं, 14 फरवरी को होने वाले यूपी के दूसरे चरण के मतदान के साथ गोवा और उत्तराखंड के चुनाव के लिए भी 1 फरवरी से 12 फरवरी के बीच 500 लोगों की रैली करने की इजाजत मिल गयी है. हालांकि अन्य जगह रैली, पद यात्रा और रोड शो की इजाजत नहीं होगी. वहीं, चुनाव आयोग ने कोविड प्रोटोकॉल के पालन की सख्त हिदायत दी है।
लखनऊ. चुनाव आयोग (Election Commission) ने उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों (UP Election 2022) में हो रहे विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ी राहत दी है. पहले चरण के चुनाव के लिए 28 जनवरी से उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों को कुछ शर्तों के साथ 500 लोगों की रैली की इजाजत मिल गयी है, तो अब 10 लोग डोर टू डोर कैंपन में जा सकते हैं. हालांकि चुनावी रैलियों और रोड शो पर पाबंदी अभी 31 जनवरी तक जारी रहेगी. बता दें कि चुनाव आयोग ने जब 8 जनवरी को पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था, तब एक हफ्ते के लिए रैलियों, रोड शो और जनसभा पर पाबंदी लगाई थी. इसके बाद इसे 15 जनवरी और फिर बढ़ाकर 22 जनवरी कर दिया था.वहीं, कोरोना की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए इसे 31 जनवरी तक बढ़ा दिया गया है. बहरहाल, चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश में 10 जनवरी को होने वाले पहले चरण के मतदान वाली सीटों पर 28 जनवरी के बाद से छोटी रैलियां करने की छूट दे दी है. इसके अलावा दूसरे चरण में जिन विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है, वहां 1 फरवरी से रैलियों को लेकर भी ढील दे दी गई है. इसमें 500 लोग ही शामिल हो सकेंगे. यूपी में दूसरे चरण का मतदान 14 फरवरी को होगा और इस दिन गोवा व उत्तराखंड में भी वोट डाले जाएंगे. इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल के पालन के साथ सार्वजनिक स्थानों पर वीडियो वैन की भी इजाजत दे दी गई है. वैन के पास 500 लोगों एक साथ देखने वीडियो देख सकते हैं. यही नहीं, अगर कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन होता है, तो उम्मीदवार की जवाबदेही तय होगी.
चुनाव आयोग ने दी ये हिदायत
इसके अलावा चुनाव आयोग ने कहा है कि पहले दो चरणों के चुनाव को छोड़कर कहीं पर भी भी रैली, रोड शो, पद यात्रा, साइकिल यात्रा या जुलूस निकालने की इजाजत नहीं है. पहले दो चरणो में जिन सीटों पर चुनाव होना है, वहां रैलियां और जनसभाएं हो सकती हैं, जिसमें अधिकतम 500 लोग ही शामिल हो सकते हैं. वहीं, पहले चरण के लिए यह छूट 28 जनवरी से 8 फरवरी 2022 के बीच रहेगी. इसके अलावा मतदान के पहले जिन दो दिनों में चुनाव प्रचार पर रोक रहती है, वो नियम ज्यों का त्यों लागू रहेगा.इसके अलावा दूसरे चरण में यह ढील 1 फरवरी से 12 फरवरी के बीच मिलेगी.
इसके अलावा चुनाव आयोग ने कहा है कि पहले दो चरणों के चुनाव को छोड़कर कहीं पर भी भी रैली, रोड शो, पद यात्रा, साइकिल यात्रा या जुलूस निकालने की इजाजत नहीं है. पहले दो चरणो में जिन सीटों पर चुनाव होना है, वहां रैलियां और जनसभाएं हो सकती हैं, जिसमें अधिकतम 500 लोग ही शामिल हो सकते हैं. वहीं, पहले चरण के लिए यह छूट 28 जनवरी से 8 फरवरी 2022 के बीच रहेगी. इसके अलावा मतदान के पहले जिन दो दिनों में चुनाव प्रचार पर रोक रहती है, वो नियम ज्यों का त्यों लागू रहेगा.इसके अलावा दूसरे चरण में यह ढील 1 फरवरी से 12 फरवरी के बीच मिलेगी.
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