पूर्व सांसद और वर्तमान में राजस्थान सैनिक सलाहकार समिति के अध्यक्ष राज्यमंत्री मानवेन्द्रसिंह ने मंगलवार को पाकिस्तान के बलुचिस्तान पहुंचकर हिंगलाज माता के दर्शन किए। इससे पहले पाकिस्तान पहुंचने के बाद मानवेन्द्रसिंह ने गुरुनानक देव स्थान में महाराजा रणजीतसिंह की समाधि पर पहुंचकर आशीर्वाद लिया। सिंह ने ननकाना साहब का सरोपा भेंट कर आशीर्वाद लिया। बलुचिस्तान में हिंगलाज दर्शन करने के साथ ही मानवेन्द्रसिंह ने वहां विधिवत पुजा अर्चना की और अपने साथ ले गयी देवी प्रतिमाएं मंदिर प्रबंधन को सौंपी।
मानवेन्द्र ने बताया कि यह देवी प्रतिमाएं उन्हें उनके पिता ने दी थी, जिसे वह 2006 में हिंगलाज यात्रा में भी साथ ले गए थे। मानवेंद्रसिह ने बताया कि अब यह देवी प्रतिमाएं हिंगलाज में ही रहेगी। इस यात्रा के दौरान मानवेन्द्रसिंह के साथ उनके मित्र और पाकिस्तान के जाने माने पत्रकार कमाल सिद्धिकी भी उनके साथ रहे। कमाल की राजस्थान के जोधपुर में रिश्तेदारी है। मानवेंद्र ने बताया कि 2006 में बलुचिस्तान के मुख्यमंत्री जाम कमाल ने हिंगलाज मंदिर तक नई सड़क बनाई है। उन्होंने बताया कि 2006 में उनकी हिंगलाज यात्रा के दौरान जाम कमाल वहां के जिला प्रमुख थे।
गौरतलब है कि पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह के रविवार को पांच दिवसीय यात्रा पर वाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान गए है। मानवेंद्र सिंह की इस पांच दिवसीय पाकिस्तान यात्रा उनके स्वर्गीय पिता व पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह की स्मृति में बताई जा रही है। बताया गया कि मानवेन्द्रसिंह ने अपने पिता जसवंतसिंह जसोल के स्वास्थ्य लाभ के लिए हिंगलाल यात्रा का संकल्प लिया था। लेकिन कोरोना काल के कारण वे अब तक जा नही सके थे। मानवेंद्र सिंह 31 मार्च को वाघा बॉर्डर से भारत वापसी करेंगे।
अपनी यात्रा के दौरान मानवेन्द्रसिंह पाकिस्तान में स्थित धार्मिक स्थलों के दर्शन करेंगे। मानवेंद्र ने अपनी पाकिस्तान यात्रा की जानकारी खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए साझा की। मानवेंद्रसिंह ने बताया कि उनकी यात्रा का उदेश्य यहां के धार्मिक स्थलों के दर्शन करके देश, प्रदेश और क्षेत्र के लोगों की सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना करना है।
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