कानपुर के घाटों पर गंगा का पानी भरपूर बना हुआ है।
नमामि गंगे के तहत अविरल गंगा और निर्मल गंगा का सपना सच हो रहा है। गर्मी शुरू होते ही जहां गंगा में बहाव कम हो जाता है। वहीं, गंगा घाटों से भी दूर होने लगती हैं। इस बार मार्च में गंगा के घाट तक लबालब पानी बना है। बीते 6 साल की बात करें तो इस बार गंगा में सबसे ज्यादा पानी है।
गंगा बैराज से छोड़ा जा रहा पानी
कानपुर गंगा बैराज रीडर उत्तम पाल के मुताबिक इस बार पानी बढ़ा हुआ है। इस साल मार्च में एवरेज 9 हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी चढ़ा हुआ है। नरौरा डैम से भी लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। इसके चलते कानपुर गंगा बैराज से भी लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। इस बार उम्मीद है कि मई और जून में भी पानी का जलस्तर अच्छा बना रहेगा।
हरिद्वार और नरौरा से आ रहा पानी
मार्च महीने में हरिद्वार और नरौरा से हर साल डिस्चार्ज कम हो जाता है, लेकिन इस साल मार्च में भी पानी का डिस्चार्ज बेहद अच्छा बना हुआ है। वहीं मार्च में नहरों को पानी भी गंगा में छोड़ दिया जाता है। क्योंकि मार्च में सिंचाई न के बराबर होती है। ये भी एक बड़ा कारण है कि गंगा में जलस्तर लगातार अच्छा बना हुआ है। वहीं मंगलवार को भी नरौरा से 5,201 और हरिद्वार से 12,092 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। कानपुर से 8,972 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
गंगा के जलस्तर में कोई कमी नहीं
मंगलवार को कानपुर में गंगा का जलस्तर अपस्ट्रीम में 112.90 मीटर और डाउन स्ट्रीम में 109.98 मीटर बना हुआ है। बीते सालों के मुकाबले ये काफी अच्छा माना जा रहा है। कानपुर गंगा बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने से प्रयागराज, वाराणसी समेत अन्य गंगा के शहरों में भी जलस्तर बीते सालों के मुकाबले 2 मीटर ज्यादा बना हुआ है।
एक्वेटिक लाइफ में भी सुधार
छत्रपति शाहूजी महाराज यूनिवर्सिटी (CSJMU) के इंस्टीट्यूट ऑफ बायोसाइंसेज एंड बायोटेक्नोलॉजी के हेड डा. शाश्वत कटियार ने बताया नमामि गंग प्रोजेक्ट के तहत गंगा किनारे लगाए गए बड़ी संख्या में लगाए गए पौधों की वजह से भी गंगा में पानी का स्तर ठीक हुआ है। इसके साथ ही पानी के अंदर मौजूद एक्वेटिक लाइफ पर भी इसका अच्छा असर पड़ा है।
पानी डिस्चार्ज की एवरेज स्थिति
साल | कानपुर से डिस्चार्ज |
मार्च 2017 | 357 क्यूसेक |
मार्च 2018 | 357 क्यूसेक |
मार्च 2019 | 850 क्यूसेक |
मार्च 2020 | 5 हजार क्यूसेक |
मार्च 2021 | 850 क्यूसेक |
मार्च 2022 | 9 हजार क्यूसेक |
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