वीर कुंवर सिंह के प्रपौत्र की मंगलवार को संदिग्ध हालात में मौत हो गई। उन्होंने जगदीशपुर के रेफरल अस्पताल में दम तोड़ा। 45 वर्षीय कुंवर रोहित सिंह उर्फ बबलू सिंह जगदीशपुर नगर के वार्ड संख्या-18 निवासी स्व. कुंवर विजय सिंह के पुत्र थे। मौत की सूचना के बाद परिजन और ग्रामीणों ने जमकर हंगामा मचाया। मृतक की मां ने सह BJP नेत्री पुष्पा सिंह ने पुलिस की पिटाई से बेटे की मौत का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि- मेरे बेटे की हत्या हुई है। कार्रवाई नहीं हुई तो देश हिल जाएगा।
सैकड़ों की संख्या में पहुंचे लोगों ने अस्पताल प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। घटना की सूचना मिलते ही SDPO श्याम किशोर रंजन, एसडीएम सीमा कुमारी सहित कई अधिकारी पहुंचे और समझा-बुझाकर मामला शांत कराया।
CIT जवानों पर मारपीट का आरोप
मृतक की मां पुष्पा सिंह ने प्रशासन के मिलीभगत से बेटे की हत्या का आरोप लगाते हुए कहा कि- प्रशासन ने जानबूझकर मेरे बेटे की हत्या की है। उन्होंने बताया कि वीर कुंवर सिंह किला प्रांगण में मेरे बेटे रोहित उर्फ बबलू सिंह ने किले में CIT जवानों के गलत कार्यों का विरोध किया था। वो शराब और हेरोइन बेचते थे। इसके बाद जवानों ने मारपीट कर उसे रेफरल अस्पताल के गेट के सामने सोमवार की देर रात फेंक दिया गया। मंगलवार की शाम उसकी मौत हो गई। मां ने रेफरल अस्पताल के प्रभारी पर भी संगीन आरोप लगाते हुए बेहतर इलाज न कर जानबूझकर मारने का आरोप लगाया है।
मां ने सरकार से घटना की जांच की मांग की
कुंवर रोहित सिंह उर्फ बबलू सिंह की मौत के बाद पीड़ित परिजन काफी आक्रोशित हैं। मृतक की मां पुष्पा सिंह ने बताया कि वीर कुंवर सिंह के पोते की हत्या हुई है। सरकार से मांग करती हूं कि घटना की जांच करें। नहीं तो देश हिल जाएगा। कहा कि वीर कुंवर सिंह के नाम पर महज घोषणा और आश्वासन मिलता है। उनका बेटा पुलिस-प्रशासन के गलत कामों का विरोध करता था। कहा कि दोषी पुलिस प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गयी तो अमित शाह का कार्यक्रम नहीं होने दूंगी और आत्मदाह करूंगी।
पुष्पा सिंह कुंवर सिंह की पौत्र वधु हैं। पुष्पा सिंह के चार बेटे और चार बेटियां हैं। मृतक बबलू सिंह दूसरे नंबर पर थे। घटना की सूचना मिलते ही SDPO श्याम किशोर रंजन, एसडीएम सीमा कुमारी, थानाध्यक्ष संजीव कुमार, अंचलाधिकारी कुमार कुंदन लाल, धनगाई थानाध्यक्ष कंचन कुमारी, आयर थानाध्यक्ष प्रदीप भास्कर, बीडीओ राजेश कुमार, नगर कार्यपालक पदाधिकारी विनय कुमार समेत काफी संख्या में पुलिस के जवान रेफरल अस्पताल पहुंच आक्रोशित लोगों को समझाने में जुट गए। वहीं पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी ने परिजनों द्वारा लगाए जा रहे आरोप को गलत बताया है। SP ने कहा कि परिजन के आवेदन के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पांच घंटे से ज्यादा देर तक मची रही अफरातफरी
घटना से आक्रोशित मृतक के परिजनों और लोगों की भीड़ ने पांच घंटे से अधिक समय तक शव को उठने नहीं दिया। ग्रामीणों और अधिकारियों के बीच नोक झोंक भी हुई। आखिरी में एसडीएम सीमा कुमारी और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों, मृतक के परिजनों, भाई कुंवर अजय प्रताप सिंह की मौजूदगी में काफी देर तक बातचीत चली। जांच के पश्चात उचित कार्रवाई के आश्वासन के बाद आक्रोशित परिजन माने और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल आरा ले जाया गया।
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