विधानसभा में अध्यक्ष सतीश महाना के सामने विदेश दौरे से विकास होने के दावे को अखिलेश यादव के सही ठहराने पर बसपा प्रमुख ने सवाल उठाए हैं। मायावती ने सपा अध्यक्ष पर हमला बोलते हुए कहा, 'नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव का अपने विदेश दौरों को विकास के बहाने उचित ठहराने का प्रयास उनकी उस कमियों पर पर्दा डालने की कोशिश है'। जिसका शिकार भाजपा उनको अक्सर बनाती रही है। बता दें यूपी चुनाव परिणाम में इस बार बसपा का केवल एक विधायक जीतकर सदन पहुंचा है।
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव, सदन में क्या बोले थे
अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा था, 'विधानसभा अध्यक्ष को बहुत धन्यवाद, ऐसा बहुत कम होता है कि कोई बार-बार एक क्षेत्र से जीतकर आए, लेकिन आप लगातार अपने क्षेत्र का नेतृत्व करते आए, आप ने लगातार अपनी ड्यूटी निभाई। अब आप निष्पक्ष हो गए हैं। आप अब बड़ी भूमिका निभाने जा रहे हैं, अब आपको निष्पक्ष छोड़ दिया गया है, ऐसी उम्मीद कर सकता हूं'।
जितना विपक्ष को बोलने का मौके मिलेगा, लोकतंत्र उतना मजबूत होगा
अखिलेश यादव ने कहा, 'नेता सदन ने कोरोना की बात की, तो कहना चाहता हूं कि जब समय आएगा तो उसकी भी बात करूंगा, लेकिन हमने देखा... कोरोना का क्या माहौल था। देश में सबसे ज्यादा सेविंग अकाउंट से पैसा निकाला गया तो आपके शहर कानपुर से निकाला गया था, अभी बहस का समय नहीं है। बस विपक्ष में होने के नाते यही कहूंगा कि जितना आप विपक्ष को बात कहने का मौका देंगे, उतना लोकतंत्र मजबूत होगा'।
अखिलेश यादव ने कहा था कि विधानसभा अध्यक्ष जी! नेता सदन जिस एक्सप्रेस-वे की बात करते हैं, तो यही कहना चाहूंगा कि अगर मैं विदेश न गया होता तो आपके शहर को एक्सप्रेस-वे और मेट्रो ट्रेन न मिल पाता। अध्यक्ष महोदय, मैं आपको बधाई देता हूं और नेता सदन को इतना विश्वास दिलाता हूं कि आपको पहली बार एक हंसमुख विपक्ष मिला है, क्योंकि मैं हमेशा हंसता रहता हूं।
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