बिहार के CM नीतीश कुमार को एक सिरफिरे युवक ने रविवार को मुक्का जड़ दिया।
तब वे बख्तियारपुर में स्वतंत्रता सेनानी पंडित शीलभद्र याजी की प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर रहे थे। इसी दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बाद भी शंकर कुमार वर्मा उर्फ छोटू ने उन पर पीछे से वार कर दिया।
हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब CM नीतीश कुमार की सुरक्षा में सेंध लगा है। इससे पहले उनके आवास के पास आयोजित होने वाले कार्यक्रम जनता दरबार में एक फरियादी ने उन पर चप्पल फेंक दी थी, तो दो साल पहले एक चुनावी कार्यक्रम में उनके ऊपर प्याज से लेकर कंकड़ तक फेंके गए थे।
यहां हम आपको उन घटनाओं की जानकारी दे रहे हैं जब CM रहते नीतीश कुमार पर हमला हुआ है।
जनता दरबार में ही CM पर चप्पल से हमला किया था
घटना 2016 की है। सरकार के 9 बजे सुबह से 6 बजे शाम तक चूल्हा नहीं जलाने और हवन नहीं करने के आदेश से नाराज युवक ने CM नीतीश कुमार पर चप्पल से हमला कर दिया था। अरवल के नीतीश नाम के उस युवक ने इस घटना को जनता दरबार के दौरान अंजाम दिया था जब CM लोगों की समस्याओं को सुन रहे थे। शुरुआत में लोगों ने उसे कागज माना था, बाद में पता चला वो चप्पल थी।
पटना में आरक्षण के विरोध में CM पर चली थी चप्पल
2018 में पटना के बापू सभागार में आयोजित कार्यक्रम में एक युवक ने CM को चप्पल फेंक कर मारने की कोशिश की थी। इसके बाद उसने आरक्षण के विरोध में नारेबाजी भी की थी। हालांकि CM को चप्पल नहीं लगी थी लेकिन घटना से नाराज JDU नेताओं ने युवक की जमकर पिटाई कर दी थी, उसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया था।
बक्सर में पत्थर से CM के काफिले पर हुआ था हमला
2018 में बक्सर जिले के नंदर इलाके में विकास यात्रा पर निकले थे। इसी दौरान कुछ लोगों ने सीएम के काफिले पर पत्थर फेंके थे। हमले में नीतीश को तो बचा लिया गया था, लेकिन उनकी सुरक्षा में लगे लोग घायल हो गए थे। इस हमले में सीएम के काफिले में शामिल कारों के शीशे तोड़ दिए गए थे।
मधुबनी में CM पर खूब उछले थे प्याज
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान CM नीतीश कुमार मधुबनी के हरलाखी विधानसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। तभी कुछ लोगों ने उनके ऊपर प्याज और कंकड़-पत्थर के फेंके थे। उस व्यक्ति को नीतीश कुमार के सिक्योरिटी गार्ड ने रोकने की भी कोशिश की लेकिन नीतीश कुमार ने कहा कि फेंकने दो, जितना फेंकना है फेंकने दो। युवक शराबबंदी के बाद हो रही तस्करी का विरोध कर रहा था
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