UPSC-2015 की टॉपर टीना डाबी एक बार फिर सुर्खियों में हैं। राजस्थान के फाइनेंस डिपार्टमेंट में जॉइंट सेक्रेटरी टीना डाबी 28 साल की उम्र में दूसरी शादी करने जा रही है। उन्होंने नए लाइफ पार्टनर के रूप में राजस्थान के ही IAS प्रदीप गवांडे को चुना है।
गवांडे फिलहाल राजस्थान आर्कियोलॉजी एंड म्यूजियम डिपार्टमेंट में डायरेक्टर हैं। सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाली टीना डाबी ने अपने नए लाइफ पार्टनर के साथ कई तस्वीरें शेयर की हैं। पिछले साल टीना का अतहर आमिर से तलाक हुआ था। अतहर उन्हीं के बैच के IAS अधिकारी थे।
पोस्ट में लिखा- 'वो मुस्कान पहन रही हूं, जो तुम दे रहे हो'
IAS टीना डाबी ने प्रदीप गवांडे के साथ एक फोटो शेयर करते हुए लिखा, 'वो मुस्कान पहन रही हूं, जो तुम दे रहे हो'। इसके बाद उनके शादी करने की चर्चाएं शुरू हो गईं। बताया जा रहा है कि डाबी और गवांडे अप्रैल में शादी करने वाले हैं। वे जयपुर के एक होटल में 22 अप्रैल को रिसेप्शन भी देंगे।
पिछले साल ही हुआ है तलाक
टीना डाबी ने इससे पहले 2018 में अपने ही बैच के IAS अधिकारी अतहर आमिर से शादी की थी। हालांकि, टीना और अतहर ने नवंबर 2020 में जयपुर के फैमिली कोर्ट में तलाक की अर्जी लगाकर एक-दूसरे से अलग होने का फैसला किया था, जिसके बाद अगस्त 2021 में कोर्ट ने दोनों का तलाक मंजूर कर दिया था।
ACB ने की थी कार्रवाई
प्रदीप गवांडे करीब 7 महीने पहले उस वक्त सुर्खियों में आए थे जब वे राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम (RSLDC) के मुख्य प्रबंधक थे। एसीबी की टीम ने RSLDC के मैनेजर राहुल कुमार गर्ग कोर्डिनेटर अशेाक सांगवान को 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। टीम ने तत्कालीन RSLDC के चेयरमैन नीरज कुमार पवन (IAS) और गवांडे के मोबाइल भी जब्त किए थे। रिश्वत मामले में दोनों जांच के दायरे में थे।
14 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स
साल 2015 में जब IAS में टॉप किया था तब से टीना डाबी सुर्खियों में आई थीं। इसके बाद उनका सोशल मीडिया पर आए दिन अलग-अलग मोटिवेशनल पोस्ट शेयर के बाद उनके सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स की संख्या 1.4 मिलियन पहुंच गई। टीना का जन्म भोपाल (मध्य प्रदेश) में हुआ था। हालांकि, उनका परिवार जयपुर का रहने वाला है।
घूसकांड में आया गवांडे का नाम, एसीबी एफआईआर में फिलहाल जांच पैंडिंग
सितंबर 2021 में एसीबी ने आरएसएलडीसी(राजस्थान स्किल एंड लिवलीहुड डेवलपमेंट कार्पोरेशन) में स्कीम कोआर्डिनेटर अशोक सांगवान और मैनेजर राहुल कुमार गर्ग को 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। दोनों आरोपियों ने रिश्वत की राशि बड़े अफसरों तक पहुंचाने की बात कही थी। निजी फर्म ने एसीबी में शिकायत दी थी कि ट्रेनिंग के बकाया सवा करोड़ के बकाया भुगतान के बिल पास करने और फर्म को ब्लैकलिस्ट से हटाने की एवज में 10 लाख रुपए की रिश्वत मांगी। बाद में 5 लाख रुपए में सौदा तय हुआ और एसीबी ने दोनों आरोपियों को 5 लाख रुपए रिश्वत लेते पकड़ लिया। इस मामले में आईएएस नीरज के पवन के साथ आरएसएलडीसी के उस समय एमडी गावंडे को भी आरोपी बनाया गया। फिलहाल केस में चार्जशीट पेश हो चुकी है, गावंडे और नीरज पवन के खिलाफ जांच पेंडिंग है।
एमबीबीएस करने के बाद 2013 में आईएएस बने गावंडे
मूलरूप से डॉक्टर प्रदीप गावंडे महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। एमबीबीएस करने के बाद सिविल सर्विस एग्जाम देकर आईएएस बने। 2013 बैच के राजस्थान कैडर के आईएएस गावंडे ने बूंदी में असिस्टेंट कलेक्टर के तौर पर ट्रेनिंग की। ट्रेनिंग पीरियड में 2015 में रसायन उर्वरक मंत्रालय में असिस्टेंट सेक्रेट्री और धौलपुर में एसडीएम के तौर पर काम किया। नवंबर 2016 से मई 2018 तक जोधपुर जिला परिषद के सीईओ, अप्रैल 2018 से फरवरी 2020 तक बीकानेर नगर परिषद के साीईओ रह चुके हैं। वह 2 जुलाई 2020 से 6 जनवरी 2021 तक चूरू कलेक्टर भी रहे। इसके बाद 4 जनवरी 2021 से अक्टूबर तक आरएसआरएलडीसी के एमडी के पद पर। रिश्वत कांड में नाम आने पर उनका तबादला आर्कियोलॉजी एंड म्यूजियम विभाग के डायरेक्टर के पद पर कर दिया गया था। तब से उसी पोस्ट पर हैं।
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