आज मंगलवार को नहाय खाय के साथ चैती छठ महापर्व शुरु हो रहा है। घाटों पर डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। प्रशासन घाटों को लेकर तैयारी करता है। इस बार पटना के शहरी क्षेत्र में 26 घाटों को पूजा के लिए तैयार किया गया है जबकि 24 घाट ऐसे हैं जो खतरनाक हैं। यहां उपासना के लिए नहीं जाना है क्योंकि खतरा जान का है। आइए जानते हैं पटना में कौन सा घाट उपासना के लिए होगा सुरक्षित और कौन खतरनाक।
पटना इन घाटों पर सुरक्षित उपासना
पटना में प्रशासन ने 26 सुरक्षित घाट अर्ध्य के लिए तैयार किए हैं। इसमें पाटीपुल घाट, दीघा घाट, राजापुर पुल घाट, गेट नंबर 92 घाट, गेट नंबर 93 घाट, सूर्य मंदिर घाट, मखदूमपुर दीघा घाट, काली घाट, कदम घाट, पटना कॉलेज घाट, कृष्णा घाट, गांधी घाट,राजेंद्र कृषि फार्म तालाब, लॉ कॉलेज घाट, चौधरी टोला घाट, महावीर घाट, घघा घाट, कंगन घाट, गुरु गोविंद सिंह घाट, दीदारगंज घाट, पीपापुल घाट दक्षिणी, नारियल घाट, नासिरीगंज घाट, शाहपुर घाट और एसडीओ कचहरी घाट शामिल हैं। इन घाटों को सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से तैयार किया गया है और यहां मजिस्ट्रेट से लेकर पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के जवानों को भी सुरक्षा में लगाया गया है।
इन घाटों पर भूलकर न जाएं
पटना में 24 ऐसे घाट हैं जहां उपासना जान पर भारी पड़ सकती है। प्रशासन ने इन घाटों पर लोगों के जाने से प्रतिबंध लगा दिया है। इसमें पीपापुल उत्तरी घाट, कंटाही घाट, महराज घाट, केशव राय घाट, अदालत घाट, मिश्री घाट, टी एन बनर्जी घाट, जजेज घाट, अंटा घाट, जहाज घाट, बी एन कॉलेज घाट, बांकीपुर घाट, रामजी चक दीघा घाट, पहलवान घाट, टेढ़ी घाट, रिकाबगंज घाट, मिरचाई घाट, पत्थरी घाट, भद्र घाट, रानी घाट, पीरदमरिया घाट, दमराही घाट और खाजकला घाट शामिल है। इन घाटों को लेकर प्रशासन का कहना है कि यहां कोई भी हादसा हो सकता है।
सूर्य उपासना का महापर्व
- 5 अप्रैल - नहाय खाय
- 6 अप्रैल - खरना
- 7 अप्रैल - संध्या अर्घ्य
- 8 अप्रैल - प्रातः अर्घ्य
घाटों पर मजिस्ट्रेट तैनात
छठ पूजा के अवसर पर व्रतियों की सुविधा और भीड़ नियंत्रण के साथ शांतिपूर्ण ढंग से उपासना को लेकर प्रशासन की बड़ी तैयारी चल रही है। चैती छठ के अवसर पर दंडाधिकारी पुलिस पदाधिकारी और पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। इसके लिए डीएम और एसएसपी का संयुक्त आदेश जारी किया गया है। पटना सहित राज्य के अन्य जिलों में भी चैती छठ को लेकर सुरक्षा और व्यवस्था की पूरी तैयारी की गई है।
खतरनाक घाटों पर रडार
खतरनाक घाटों पर चैती छठ में लोग नहीं जाएं इसके लिए सुरक्षा का रडार एक्टिव किया गया है। पटना में जिन 24 घाटों को खतरनाक घोषित किया गया है, वहां सुरक्षा की विशेष व्यवस्था है। जिला प्रशासन ने पटना में सदर अनुमंडल के 14, पटना सिटी अनुमंडल के 7 और दानापुर अनुमंडल के 5 घाटों पर ही पूजा की अनुमति दी है। जबकि जिला के 24 खतरनाक घाटों पर सुरक्षा को लेकर वरीय दंडाधिकारी, स्टैटिक दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी और पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है। घाटों पर कुल 100 से अधिक मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं।
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