पटना में लोगों ने एक मंद बुद्धि की बेरहमी से पिटाई कर दी। घर का पता नहीं बता पाने के बाद लोगों ने उसे चोर समझ लिया। फिर लात-घूंसों से उसकी धुनाई कर दी। लोगों ने उसके शरीर पर कई जख्म दिए। भटक कर राजीव नगर पहुंचे इस शख्स के पास 6 हजार रुपए और एक स्मार्ट मोबाइल फोन था, जिसे छीन लिया गया। बीते 8 दिनों से घर से गायब शख्स को देख उसके परिवार वाले खुश हैं, लेकिन शरीर पर जख्म देख मानवता पर सवाल उठा रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ता विवेक विश्वास की मदद से युवक को उसके परिवार वालों से मिलाया जा सका।
गुवाहाटी से आ गया पटना
हाजीपुर के गाजीपुर के रहने वाला मुखलाल उर्फ धर्मवीर सिंह ट्रक ड्राइवर है। कभी-कभी उसकी मानसिक स्थिति खराब हो जाती है। घर वालों का कहना है कि उनकी बेटी की शादी गुवाहाटी में हुई है। वह दामाद के पास गुवाहाटी गया था और 8 दिन पहले वहां से घर के लिए निकला। जब घर नहीं पहुंचा तो लोग उसकी तलाश करने लगे। घर वाले थाना भी गए लेकिन पुलिस से कोई मदद नहीं मिली। घर वाले किसी अनहोनी को लेकर डरे हुए थे। इस बीच धर्मवीर भटक कर पटना आ गया और राजीव नगर व आस पास के इलाकों में घूमता रहा। मानसिक हालत ठीक नहीं होने से लोग उसे चोर समझ बैठे। घर और परिवार वालों का नाम पता नहीं बता पाने के कारण लोगों ने उसे चोर बदमाश समझ लिया और हर गली मोहल्ले में उसे पीटा गया। पेट, हाथ-पैर और पीठ में पिटाई से गंभीर जख्म हो गए। किसी को भी उस पर तरस नहीं आया। वह पटना की सड़कों पर ऐसे अर्द्ध नग्न घुमता रहा। कोई उसकी मदद करने वाला नहीं था।
विवेक ने घर वालों से मिलाया
लावारिस लोगों और पशुओं के लिए काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता विवेक विश्वास को जब युवक के बारे में सूचना मिली तो वह राजीव नगर इलाके में पहुंचे और उस युवक को अपने साथ ले गए। काफी प्रयास के बाद भी वह युवक कोई जानकारी नहीं दे पा रहा था। बस शरीर पर दिए जख्म और लोगों के मारने पीटने की बात कर रहा था। विवेक का कहना है कि वह उसे घर ले गए, उपचार किया। नहलाया और खाने पीने को दिया। फिर युवक से बात की तो उसके घर का कुछ सुराग मिल पाया।
घर का पता चलने के बाद परिवार वालों को सूचना दी गई, जिसके बाद बेटी धर्मवीर को लेने पटना आ गई। पिता के शरीर पर पिटाई से हुए गंभीर जख्म को देख बेटी भी रोने लगी और लोगों के इस अमानवीय व्यवहार पर सवाल किए। बेटी ने कहा कि एक इंसान विवेक भी हैं जिनकी मदद से उनके पिता उन्हें मिल गए और कुछ ऐसे लोग भी हैं जो चोर-बदमाश समझकर उनकी पिटाई कर दी। घर वालों ने बताया कि उनके पास 6 हजार रुपए और एक स्मार्ट फोन था उसे भी लोगों ने छीन लिया।
8 दिनों से खोज रहा था परिवार
घर वालों का कहना है कि धर्मवीर दिमागी रूप से थोड़ा परेशान है, लेकिन अपना काम कर लेते हैं। वह ट्रक चलाते हैं, कभी-कभी परेशानी होती है। उसके एक बेटी एक बेटा है। बेटी की शादी हो चुकी है। वह 8 दिनों से गायब थे, घर वाले हर तरफ खोज रहे थे। थाना से लेकर रिश्तेदारों से मदद मांगी जा रही थी। पटना में वह कैसे भटककर पहुंच गए, पता नहीं चल पा रहा है। विवेक विश्वास का कहना है कि धर्मवीर को बहुत मारा गया है। इस कारण से उनके शरीर पर चोट के गंभीर निशान हैं। पीठ, कान, हाथ, पैर और पेट पर गहरा जख्म है। सामाजिक कार्यकर्ता विवेक बताते हैं कि वह धर्मवीर को अर्द्ध नग्न हाल में एसबीएम रोड नंबर 24 आदर्श विहार कॉलोनी से लाए हैं। विवेक ने बताया कि लोग उन्हें भगा रहे थे। मंद बुद्धि होने के कारण चोर समझ जमकर पीटा गया।
घर वालों का कहना है कि पुलिस गायब होने का लोकेशन पूछ रही थी। कहां से पटना पहुंच गया कुछ पता नहीं चल रहा। घर वालों का कहना है कि दिमागी रूप से थोड़ा परेशान है लेकिन काम कर लेता था। विवेक विश्वास का कहना है कि जब कोई मंदबुद्धि इंसान भटक कर आता है तो लोग उसे चोर-बदमाश समझ मारते-पीटते हैं। ऐसे लोगों को प्यार की जरुरत होती है, भोजन-पानी और दवा की जरूरत होती है। लोग ऐसे लोगों से मानवीयता दिखाएं और उन्हें उनके घर पहुंचाने में मदद करें। एक पहल की जरूरत है, ऐसे लोगों का परिवार उन्हें खोज कर परेशान होता है। यह घटना एक उदाहरण है।
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