कमलनाथ के नेतृत्व पर शिवराज का कटाक्ष:CM बोले- कांग्रेस के पास न नीति है और न नेता; इनकी अलग ढपली, अलग राग - Everything Radhe Radhe

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Wednesday, 6 April 2022

कमलनाथ के नेतृत्व पर शिवराज का कटाक्ष:CM बोले- कांग्रेस के पास न नीति है और न नेता; इनकी अलग ढपली, अलग राग

 


मध्यप्रदेश का 2023 विधानसभा चुनाव कमलनाथ के नेतृत्व में लड़ने के फैसले पर अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तंज कसा है। CM ने कहा- कांग्रेस के पास न दिशा है, न गति है। न नेता है, न ही नीति है और न नेतृत्व है। कई बार वो भारतीय जनता पार्टी की नकल करने की कोशिश करती है। अंदर से ही विरोध के स्वर उठते हैं। कांग्रेस बिखर रही है। कांग्रेस का कुनबा टूट रहा है। इसलिए अलग ढपली और अलग राग उनके निकल रहे हैं।

मुख्यमंत्री भारतीय जनता पार्टी के 42वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए। पार्टी मुख्यालय में मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कांग्रेस के रामनवमी मनाने के सर्कुलर पर मचे घमासान पर कहा कि कांग्रेस अंतर्विरोधों से जूझ रही है।

CM ने कहा कि लाखों कार्यकर्ताओ के परिश्रम से जनसंघ लगातार आगे बढ़ता गया। जनसंघ से BJP बनी। PM मोदी के नेतृत्व में देश तेजी के साथ विकास कर रहा है। सामाजिक सरोकार से जुड़े अभियानों के लिए जनता के बीच जाएंगे। BJP का हर कार्यकर्ता केंद्र और राज्य की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने का काम करेगा। वह कई रचनात्मक कामों लगा है। BJP ने रचनात्मक राजनीति को एक नई दिशा प्रदान की है।

पार्टी के स्थापना दिवस पर मध्यप्रदेश BJP के अध्यक्ष वीडी शर्मा भोपाल के बैरसिया में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे। इसके अलावा प्रदेश सरकार के मंत्री व अन्य नेता अगल-अलग क्षेत्रों में आयोजित स्थापना दिवस के कार्यक्रमों में शामिल होकर स्थापना दिवस मनाया।

अटल-अडवानी जी की तत्कालीन जोड़ी ने BJP की इमारत खड़ी की
CM शिवराज ने स्थापना दिवस के मौके पर ब्लॉग लिखा। इसमें CM शिवराज ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी को याद किया और उनके कही बात "अंधेरा छटेगा, सूरज निकलेगा और कमल खिलेगा' के माध्यम से बताया कि यह वाक्य बीजेपी के कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत है। अटलजी-अडवानी जी की तत्कालीन जोड़ी ने भाजपा की इमारत खड़ी की। पीएम मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और गृहमंत्री अमित शाह के मजबूत इरादों और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा के कठोर परिश्रम से भाजपा हर स्वप्न को साकार कर रही है। भाजपा की यात्रा में अनेक पड़ाव आए,कभी हम सदन में दो सदस्य तक रह गए, तब भी राष्ट्रवाद और जनकल्याण को संसद के पटल पर रेखांकित करने से हम नहीं डिगे।

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