Jammu Kashmir Encounter: पुलवामा में एनकाउंटर, सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को किया ढेर, कई के छिपे होने की आशंका - Everything Radhe Radhe

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Saturday, 11 June 2022

Jammu Kashmir Encounter: पुलवामा में एनकाउंटर, सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को किया ढेर, कई के छिपे होने की आशंका

 

Pulwama Encounter Update: सुरक्षाबल खुफिया सूचना के बाद इलाके में सर्च अभियान चलाने पहुंचे थे. आतंकियों की तरफ से फायरिंग के बाद मुठभेड़ शुरू हो गई.

Jammu Kashmir Pulwama Encounter: जम्मू और कश्मीर में पुलवामा (Pullwama) के द्रबगाम इलाके में मुठभेड़ जारी है. एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को ढेर कर दिया है. पुलिस और सुरक्षाबल खुफिया सूचना के बाद इलाके में सर्च अभियान चलाने पहुंचे थे. आतंकियों की तरफ से फायरिंग के बाद मुठभेड़ शुरू हो गई. इलाके में 2-3 आतंकियों के छिपे होने की आशंका है. सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर ली है.

इससे पहले जम्मू कश्मीर में बारामुला जिले के सोपोर इलाके से सुरक्षाबलों ने प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े दो ‘हाइब्रिड आतंकवादियों’ को गिरफ्तार किया था. आतंकवादियों को बृहस्पतिवार देर रात सोपोर इलाके के गुरसीर में पुलिस, सीआरपीएफ और सेना द्वारा संयुक्त रूप से लगायी जांच चौकी के निकट गिरफ्तार किया गया.

गोला बारूद बरामद

आतंकियों के पास से आपत्तिजनक सामग्री, हथियार और गोला बारुद बरामद किए गए हैं. गिरफ्तारी की जानकारियां देते हुए पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि सुरक्षाबलों ने सीर की ओर डरपोरा-डेलिना से आ रहे दो लोगों को रोका, जिन्होंने मौके से भागने की कोशिश की, लेकिन उन्हें पकड़ लिया गया. प्रवक्ता ने कहा, ‘गिरफ्तार लोगों की पहचान फैजान अहमद पॉल (शोपियां निवासी) और मुजामिल राशिद मीर (पुलवामा निवासी) के तौर पर की गयी. उनके पास से दो पिस्तौल, दो मैगजीन और बंदूक की पांच गोलियां बरामद की गयीं.’

]गैर कश्मीरियों पर हमले की फिराक में थे आतंकी

उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला कि गिरफ्तार लोग लश्कर के हाइब्रिड आतंकवादी हैं और वे बाहरी मजदूरों समेत नागरिकों के साथ ही सुरक्षा बलों पर हमलों की फिराक में थे. ‘हाइब्रिड’ आतंकवादी दरअसल आतंकवादियों के रूप में अधिसूचित नहीं होते, लेकिन आतंकी मंसूबों के प्रति सहानुभूति रखते हैं और वे अपने आकाओं द्वारा दिए गए काम के अनुसार लक्षित हमले करने को पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित होते हैं. आतंकवादी वारदात को अंजाम देने के बाद वे सामान्य जीवन जीने लगते हैं और अगला काम मिलने का इंतजार करते हैं.

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