बिहार के कई ऐसे विश्वविद्यालय हैं जहां पर प्रोफ़ेसर और कर्मियों की कमी है। अगर सीधे तौर पर देखा जाए तो बिहार के करीब करीब सभी विश्वविद्यालयों में कर्मियों और प्रोफेसरों की कमी देखी जा रही है लेकिन इसी बीच अब बिहार के करीब करीब 5 यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर से लेकर कई कर्मचारियों की भर्ती का रास्ता साफ हो गया है आपको बता दूं कि कैबिनेट से इसकी स्वीकृति भी मिल चुकी है।
दरअसल आपको बता दूं कि कैबिनेट से स्वीकृति मिलने के बाद अब आपको मुंगेर, पूर्णिया, पाटलिपुत्र और पटना आरा के वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी में 376 सहायक प्रोफ़ेसर पदों की पर बहाली होगी। आपको बता दूं कि मुंगेर में 120, पूर्णिया में 120 और पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में 114 प्रोफेसर प्रोफेसर और सहायक प्रोफेसर के पद हैं।
अगर इन सभी पदों पर अगर एक नजर डालें तो मुंगेर विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के 28 पद हैं वही सह प्रोफेसर के 35 और सहायक प्रोफेसर के 57 पद है। वही पूर्णिया विश्वविद्यालय की बात करें तो पूर्णिया विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के 20 पद सह प्रोफेसर के 40 पद और सहायक प्रोफेसर के 60 पद हैं। वही पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय की बात करें तो पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के 19 पद सह प्रोफेसर के 38 पद और सहायक प्रोफेसर के 57 पद पद हैं। इसके साथ अगर पटना विश्वविद्यालय की बात करें तो पटना विश्वविद्यालय में 16 सहायक प्रोफेसर के पद हैं। जबकि वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के पद 1 और सह प्रोफेसर 2 है।
इसके अलावा जानकारी के लिए आपको यह भी बता दूं कि मुझे विश्वविद्यालय में उच्च वर्गीय लिपिक के लिए 4 पद है वही निम्नवर्गीय लिपिक के लिए 7 माइक्रो एनालिटिक्स के लिए 2 पद हैं और लाइब्रेरियन सहायक के 4 पद वही भंडारपालक के लिए छह और लाइब्रेरियन इंचार्ज के लिए 8 पद हैं। वही पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय की बात करें तो पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में निम्न वर्गीय लिपि के लिए 9 पद के लिए 7 लाइब्रेरियन सहायक के लिए 8 और भंडार पाल के लिए 6 पद हैं।
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