बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सांसद वीडी शर्मा मुरैना के निवासी हैं, जबलपुर उनकी ससुराल है और कटनी उनके संसदीय क्षेत्र में है. इन तीनों ही जगहों में बीजेपी चुनाव हार गई है.
Madhya Pradesh Local Body Election: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में नगरीय निकाय चुनावों (Madhya Pradesh Urban Body Election) के नतीजों ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नींद उड़ा दी है तो वहीं विधानसभा चुनाव (Assembly Election) जीतने के बाद सरकार गंवाने के बाद कांग्रेस के लिए ये नतीजे बूस्टर का काम करेंगे. उधर बीजेपी (BJP) के बड़े बड़े दिग्गजों को अपने-अपने प्रभाव क्षेत्र में पार्टी की करारी हार ने चिंता में डुबो दिया है.
दिलचस्प ये है कि पहले चरण में ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ ग्वालियर में बीजेपी की हार और अब केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के क्षेत्र मुरैना में महापौर की कुर्सी पर कांग्रेस की जीत ने पार्टी के माथे पर चिंता की लकीरें उकेर दी हैं.
मुरैना के चुनावों ने बीजेपी को चौंकाया
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सांसद वीडी शर्मा मुरैना के निवासी हैं और जबलपुर उनकी ससुराल है और कटनी उनके खजुराहो के संसदीय क्षेत्र में है. इन तीनों ही जगहों में बीजेपी चुनाव हार गई है. मुरैना और जबलपुर में कांग्रेस तो वहीं कटनी में निर्दलीय प्रत्याशी विजयी हुआ है.
उसके अलावा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की ससुराल जबलपुर है वहां भी बीजेपी हार गई है.मप्र में पिछली बार सोलह के सोलह शहरों में प्रथम नागरिक बीजेपी के थे. इस बार भी पार्टी का दावा था कि उसके सारे महापौर उसी के होंगे लेकिन नतीजों ने उसकी नींद उड़ा दी है.
एमपी में कांग्रेस ने पांच जगहों पर दर्ज की जीत
उसे सोलह में से 9 सीटें मिली हैं. जिस कांग्रेस का प्रदेश में कोई नाम लेवा मेयर नहीं था उसने पांच जगह जीत दर्ज की है. एक शहर निर्दलीय और एक आम आदमी पार्टी के खाते में गया है. यानी बीजेपी कुल सात जगह चुनाव हार गई है.
इधर खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा और जबलपुर में असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की पार्टी एआईएमआईएम (AIMIM) ने भी सात पार्षद जीते है इसका मतलब साफ़ है कि आने वाले चुनाव में आप और एआईएमआईएम नई चुनौती बनकर उभरेंगी जिससे बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) को परेशान करेंगी.
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