केशव मौर्य का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का कार्यक्रम पहले से तय था लेकिन दिनेश खटीक नाराज बताए जा रहे हैं. खटिक मंगलवार को दिल्ली में ही थे.
UP Politics: यूपी की सियासत (UP Politics) को लेकर आज दिन भर दिल्ली में गहमागहमी रही. यूपी सरकार के राज्यमंत्री दिनेश खटीक (Dinesh Khatik) के कथित इस्तीफे की खबरों के बीच डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) और पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद (Jitin Prasad) दिल्ली में डटे हुए हैं.
माना जा रहा है कि दोनों बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) और गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात कर सकते हैं. फिलहाल दोनों के मिलने का समय तय नहीं हुआ है.
बता दें कि मंगलवार को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कैबिनेट की बैठक बुलाई थी. इस बीच इस बैठक में डिप्टी सीएम केशव मौर्य और मेरठ के दलित नेता दिनेश खटीक शामिल नहीं हुए थे. केशव मौर्य का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का कार्यक्रम पहले से तय था लेकिन दिनेश खटीक नाराज बताए जा रहे हैं. खटिक मंगलवार को दिल्ली में ही थे. जबकि बुधवार को खटीक का लेटर वायरल हुआ जो गृहमंत्री अमित शाह को भेजा गया था.
कोई अधिकारी नहीं सुनता है बात
पत्र में खटीक ने लिखा था कि दलित होने की वजह से कोई अधिकारी उनकी बात नहीं सुनता है इसलिए वो अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं. हालांकि किसी ने भी इस पत्र की प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं की है लेकिन बुधवार को जब दिनेश खटीक अपने मेरठ वाले घर से बाहर निकल रहे थे तो उन्होंने न ही कोई सरकारी गाड़ी ले रखी थी और न ही उनके साथ कोई सुविधाएं ली हुई थी.
यूपी सरकार में क्या समस्याएं आ रही हैं?
इससे उनके इरादे समझे जा सकते थे. वहीं इससे पहले डिप्टी सीएम बृजेश पाठक (Brijesh Pathak) ने भी अपने विभागीय ट्रांसफर में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए पत्र लिखा था जबकि पीडब्ल्यूडी विभाग (PWD Department) में कई दिनों से एक के बाद एक बम फूट रहे हैं. इन सभी घटनाओं से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यूपी सरकार (UP Government) में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा. सूत्रों की मानें तो जल्द ही केंद्रीय नेतृत्व इस पूरे मामले पर आंतरिक बैठक बुलाकर मुद्दे को सुलझाने की कोशिश कर सकता है.
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