बाड़मेर. राजस्थान के बाड़मेर सहित प्रदेश के कई जिलों में गोवंश में फैल रही लिम्पि बीमारी के समाधान को लेकर अब केंद्र सरकार की ओर से विशेषज्ञों की टीम बाड़मेर भेजी जाएगी. अब तक 729 गौवंश लिम्पि बीमार से दम तोड़ चुका है. जबकि 10 हजार से अधिक गौवंश इससे ग्रसित है. भारत पाक सीमा पर बसे सरहदी बाड़मेर जिले में एक बार फिर पाकिस्तान से आई आफत ने तबाही मचा रखी है. हर बार इसी मौसम में टिड्डियों का दल आता है लेकिन इस बार लिम्पि वायरस आया है. जिसने कि पशु पालकों की नींद उड़ा दी हैं. बाड़मेर जिले में अब तक लम्पी ग्रस्त होने से कुल 729 गोवंश की मौत हो चुकी है.
वहीं 10 हजार से अधिक पशु बीमार है. पशुपालन विभाग की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में जुटी हुई है. लेकिन बीमार पशुओं की संख्या काफी ज्यादा है और टीमों की संख्या काफी कम है. इससे पशुओं को समय पर उपचार नहीं मिल पा रहा है. जिले के समस्त उपखंड मुख्यालयों पर तैनात 22 टीमों ने प्रभावित गांवों व ढाणियों का दौरा कर अब तक 49 हजार 419 पशुओं का सर्वे किया है.
जिले में अब तक 729 पशुओं की मौत हो चुकी है. जबकि 8 हजार से अधिक पशुओ अभी भी उपचार जारी है. ग्रामीणों की माने तो ग्रामीण इलाकों में ना तो कोई इलाज हो रहा है और ना ही कोई टीकाकरण हो रहा है ऐसे में रोजाना दर्जनों पशु मौत के मुंह में समा रहे हैं.
1 लाख पशुओं के टीकाकरण की मांग
पशुपालन विभाग के कार्यवाहक संयुक्त निदेशक विनय कुमार के मुताबिक जिले भर में 22 टीमों द्वारा लिम्पि प्रभावित इलाकों में जाकर सर्वे किया जा रहा है. जिले में अब तक 729 पशुओं की मौत हो चुकी है. वहीं 1 लाख टीकाकरण के लिए भी मांग की गई है.
राजस्थान गोसेवा आयोग के अध्यक्ष मेवाराम जैन भी इसी जिले से आते हैं. बाड़मेर जिले में इस लिम्पि वायरस से 729 गोवंशो ने दम तोड़ दिया है. गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष मेवाराम जैन का कहना है कि इसको लेकर जिला कलेक्टर के साथ मीटिंग कर ब्लॉक वार टीमों का गठन किया गया है. प्रत्येक दिन गायों के रिपोर्ट फीडबैक लिया जाता है.
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