Who is Nouf Marwaai: भारतीय यूजर्स ट्वीट करके नौफ मरवाई को प्रेरणास्रोत बता रहे हैं क्योंकि उन्होंने एक ऐसे मुल्क में योग (Yoga instructor) को आसमान तक पहुंचाया है, जहां महिलाओं के अधिकार काफी सीमित हैं.
Saudi Arab first certified yoga instructor: भारत में रक्षा बंधन का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है और हर भाई-बहन आपस में प्यार बांटकर इसकी त्योहार की रौनक को बढ़ा रहे हैं. ऐसे ही दूर देश से भारतीय भाइयों के लिए एक बहन ने राखी की शुभकामनाएं भेजी हैं. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे ट्वीट में सऊदी अरब की नागरिक नौफ मरवाई ने इंडियन भाइयो को रक्षा बंधन की बधाई भेजी है जिसके जवाब में कई सारे यूजर्स ट्वीट कर उन्हें शुक्रिया बोल रहे हैं. नौफ सऊदी अरब की पहले प्रमाणित योग टीचर हैं और उन्होंने मुल्क में योग को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई थी. इस योगदान के लिए भारत सरकार ने साल 2018 में उन्हें पद्मश्री अवॉर्ड से भी नवाजा था.
नौफ को बधाई दे रहे भारतीय यूजर्स
भारतीय यूजर्स ट्वीट करके नौफ मरवाई को प्रेरणास्रोत बता रहे हैं क्योंकि उन्होंने एक ऐसे मुल्क में योग को आसमान तक पहुंचाया है, जहां महिलाओं के अधिकार काफी सीमित हैं. साथ ही अपने हक की लड़ाई के लिए हर रोज वहां की महिलाओं को संघर्ष करना पड़ता है. ऐसे में नौफ ने करीब 20 साल पहले ही योग के महत्व को पहचाना और अपने देश में जमकर इसका प्रचार-प्रसार भी किया. वह सऊदी में योग क्लासेज चलाती हैं और देश की मशहूर योग इंस्ट्रक्टर को तौर पर पहचान हासिल कर चुकी हैं.
नौफ के लिए सऊदी में यह काम बिल्कुल भी आसान नहीं था क्योंकि भारत की तरह ही वहां भी कुछ कट्टरपंथी विचारधारा के लोग योग को धर्म से जोड़कर देखते हैं और इसे इस्लाफ विरोधी बताते हैं. इसके चलते शुरुआत में उन्हें योग का प्रसार करने के लिए काफी आलोचना भी झेलनी पड़ी. बावजूद इसके नौफ अपने मकसद से पीछे नहीं हटीं और उन्होंने इसके महत्व को पूरे देश के सामने लाने का काम किया जिसकी वजह से ही आज सऊदी में योग काफी पॉपुलर भी हो रहा है.
योग के लिए मिल चुका है पद्मश्री
संयुक्त अरब अमीरात के एक यूजर हसन सजवानी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए बताया कि नौफ को भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से साल 2018 में पद्मश्री से नवाजा जा चुका है. वह देश की पहली योग इंस्ट्रक्टर हैं, साथ ही उन्होंने देश में योग को कानूनी मान्यता दिलाने में अहम भूमिका निभाई है. इस पोस्ट के साथ हसन ने पूर्व राष्ट्रपति कोविंद से पद्म पुरस्कार लेते हुए नौफ का एक फोटो भी शेयर किया है.
अब रक्षा बंधन के मौके पर भारत के कई भाई अपनी इस बहन को याद कर रहे हैं क्योंकि नौफ ने न सिर्फ योग को वैश्विक बनाने में अहम योगदान दिया है बल्कि भारत को पुरातन पद्धति को प्रसारित करके देश का गौरव भी बढ़ाया है. नौफ जैसे लोगों की मेहनत से योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति मिल पाई है और संयुक्त राष्ट्र की ओर से भी इसे मान्यता दी गई है. हर साल 21 जून को दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस भी धूमधाम से मनाया जाता है.
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