कर्नाटक दौरे पर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी
कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने बुधवार को यहां जिला मुख्यालय स्थित मुरुगा मठ (Muruga Monastery) के महंत से लिंगायत (Lingayat) संप्रदाय की दीक्षा ली. इस मौके पर कांग्रेस के कई नेता भी मौजूद रहे.
विभिन्न मठों के महंतों से परामर्श लेने के बाद मुरुगा मठ के महंत शिवमूर्ति मुरुगा शरण ने राहुल गांधी को लिंगायत संप्रदाय की दीक्षा दी. बाद में राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि यह सम्मान की बात है कि श्री जगदगुरु मुरुगाराजेंद्र विद्यापीठ का दौरा किया और डॉ. श्री शिवमूर्ति मुरुगा शरणनारु से‘ईस्टलिंग दीक्षा’ली.
प्रभावशाली लिंगायत संप्रदाय की स्थापना 12वीं सदी के समाज सुधारक और कवि बसावेश्वरा ने की जिनके बड़ी संख्या में अनुयायी कर्नाटक और उससे सटे पड़ोसी राज्यों जैसे महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के इलाकों में हैं.
कर्नाटक के मौजूदा मुख्यमंत्री बसावराज बोम्मई और उनके पूर्ववर्ती बी.एस.येदियुरप्पा भी इसी संप्रदाय से ताल्लुक रखते हैं. इस संप्रदाय का विशेष तौर पर उत्तरी कर्नाटक में प्रभुत्व है.
कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस में एकता और प्रेमभाव का सार्वजनिक प्रदर्शन करते हुए प्रदेश अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार ने पार्टी के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया के 75वें जन्मदिन के मौके पर बुधवार को उनसे गले मिले और उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं. दोनों नेताओं के बीच इस प्रकार के प्रेमभाव को देखकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी मुस्कुराए बिना नहीं रह सके.
शिवकुमार (Shivkumar) और सिद्धारमैया (Siddaramaiah) को अगले वर्ष अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly Election) के बाद पार्टी के सत्ता में आने की सूरत में मुख्यमंत्री पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है और दोनों के समर्थक समय-समय पर उनकी दावेदारी का इजहार करते रहते हैं. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि आज मैं मंच पर सिद्धारमैया और डी. के. शिवकुमार को गले मिलते देखकर खुश था.
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