'बेंगलुरू में चलेंगी स्काईबस', नितिन गडकरी ने अधिकारियों से विशेषज्ञों के साथ रिसर्च करने को कहा - Everything Radhe Radhe

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Saturday, 10 September 2022

'बेंगलुरू में चलेंगी स्काईबस', नितिन गडकरी ने अधिकारियों से विशेषज्ञों के साथ रिसर्च करने को कहा

 'बेंगलुरू में चलेंगी स्काईबस', नितिन गडकरी ने अधिकारियों से विशेषज्ञों के साथ रिसर्च करने को कहा

Nitin Gadkari: बेंगलुरु में ट्रैफिक जाम से निजात पाने के लिए अब स्काई बसें चलाई जाएंगी और साथ ही फ्लाई ओवर बनाए जाएंगे. नितिन गडकरी इसके लिए विचार-विमर्श कर रहे हैं जल्द ही इसपर काम शुरू हो सकेगा.




Nitin Gadkari: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार बेंगलुरु में सड़कों पर भीड़भाड़ कम करने के लिए स्काईबस शुरू करने और फ्लाईओवर बनाने का विचार कर रही है. उन्होंने कहा कि “बेंगलुरु में मौजूदा सड़कों को चौड़ा करना मुश्किल है. इसलिए, हमने दो निर्णय लिए हैं.पहला इसके लिए हम जमीन का अधिग्रहण नहीं करेंगे, लेकिन हम थ्री-डेक या ग्रेड सेपरेटर का निर्माण करेंगे, जैसा कि चेन्नई में किया गया था 

गडकरी पिछले दो दिनों से यहां एक कार्यक्रम 'मंथन' में भाग ले रहे हैं, जो सड़क के बुनियादी ढांचे और गतिशीलता में सुधार पर एक सत्र है. इस सत्र में केंद्र और राज्य के मंत्री और सरकारी अधिकारी शामिल हुए. इस सत्र के बाद गड़करी ने संवाददाता सम्मेलन में ये बातें कहीं.

बेंगलुरु में जमीन अधिग्रहण मुश्किल, चलेंगी स्काई बसें

गडकरी ने कहा“हम बिजली पर सार्वजनिक परिवहन पर काम कर रहे हैं. अब तकनीक बहुत बदल गई है. बेंगलुरु में जमीन अधिग्रहण करना मुश्किल है. इसलिए, मैंने फिलीपींस और अन्य देशों की तरह स्काईबस के उपयोग का सुझाव दिया है.  बेंगलुरु की स्थिति का अध्ययन करने और शहर के लिए ऐसा ही एक समाधान खोजने के लिए दुनिया के विशेषज्ञों से परामर्श करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय इस परियोजना का आर्थिक रूप से समर्थन करता है.

केंद्री मंत्री ने कहा “चूंकि यह हमारे विभाग का जनादेश है, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मेरे साथ चर्चा की. हम इसका (स्काईबस) अध्ययन कर रहे हैं और हम इसे जल्द शुरू करना चाहते हैं. अगर लाखों लोग आसमान में सफर करते हैं तो नीचे की सड़क की समस्या का समाधान हो जाएगा.

बेंगलुरु की कई राज्यों से होगी कनेक्टिविटी 

अन्य शहरों के साथ बेंगलुरू की कनेक्टिविटी में सुधार पर बोम्मई के साथ अपनी चर्चा के बारे में विस्तार से बताते हुए, गडकरी ने कहा कि 17,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 262 किलोमीटर की लंबाई में एक बेंगलुरु-चेन्नई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को मंजूरी दी गई है. इसके साथ ही एक अन्य परियोजना 1600 किलोमीटर लंबी सूरत-शोलापुर-कुरनूल-चेन्नई है, जो पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और दिल्ली को जोड़ती है.

यह सड़क कर्नाटक के कुछ अविकसित क्षेत्रों जैसे अक्कलकोट, कालाबुरागी, यादगीर और रायचूर में 177 किमी में फैली है. गडकरी ने कहा कि इस परियोजना से उत्तर और दक्षिण के बीच यात्रा की दूरी कम होगी. उन्होंने कहा बेंगलुरु-कडपा-विजयवाड़ा राजमार्ग एक अन्य प्रमुख परियोजना है, जो 20,000 करोड़ रुपये की लागत से 342 किलोमीटर लंबी होगी. भूमि अधिग्रहण जारी है.

उनके अनुसार, 17,000 करोड़ रुपये की लागत से 288 किलोमीटर लंबी बेंगलुरु सैटेलाइट रिंग रोड बेंगलुरु की समस्याओं का समाधान करेगी.  मंत्रालय 45,000 करोड़ रुपये की लागत से पुणे से बेंगलुरु तक 700 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस हाईवे भी बना रहा है. बेंगलुरु के पेरिफेरल रिंग रोड को अन्य शहरों से जोड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि पुणे-बेंगलुरु रोड को अंतिम रूप दिया गया है.

मुंबई से बेंगलुरु की यात्रा का समय केवल छह घंटे का होगा

गडकरी ने कहा कि“हमने पुणे-बेंगलुरु राजमार्ग में एक छोटा सा बदलाव किया है. अब हम इसे मुंबई-बेंगलुरु हाईवे बना रहे हैं. एक्सप्रेस-वे के जरिए पुणे से बेंगलुरु तक का सफर साढ़े चार घंटे का होगा और मुंबई से बेंगलुरु का सफर सिर्फ छह घंटे का होगा. हम इस दिशा में प्रयास कर रहे हैं.”

यह ग्रीनफील्ड (मुंबई-बेंगलुरु) एक नया संरेखण है जो पुणे-शोलापुर, पुणे-कोल्हापुर से अलग है. इस परियोजना की लागत 45,000 करोड़ रुपये है. परियोजना 2026 तक पूरी हो जाएगी, ”मंत्री ने कहा. बेंगलुरु के आसपास सैटेलाइट रिंग रोड के बारे में  उन्होंने कहा कि यह 16,000 करोड़ रुपये की लागत से 288 किलोमीटर लंबा है.

इसमें 10 पैकेज हैं. पांच पैकेज का ठेका दिया जा चुका है, जिसमें से तीन परियोजनाओं पर काम चल रहा है और 60 फीसदी काम पूरा हो चुका है. गडकरी ने कहा कि शेष पांच परियोजनाओं को तीन या चार महीने में आवंटित कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि एक अन्य गलियारा बेंगलुरु, चित्तूर, वेल्लोर, कांचीपुरम, तिरुवल्लूर और चेन्नई है.







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